बच्चों की परवरिश करते वक्त ध्यान में रखें ये 5 बातें - Good Parenting Skills

मां-बाप बनने के बाद हर किसी की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। हर मां-बाप अपने बच्चों से प्यार तो करता है लेकिन क्या आप सही तरीके से अपने बच्चे की परवरिश कर पा रहे हैं। दरअसल आपका बच्चा आगे चलकर कैसा बनेगा ये पूरी तरह से आपकी परवरिश पर निर्भर करता है। कहते हैं कि बच्चों की शिक्षा की शुरुआत सबसे पहले घर से ही होती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों पर ध्यान दें। अगर आप पहली बार मां-बाप बन रहे हैं तो आप भी अपने बच्चों की परवरिश करते वक्त इन नीचे बताइ गईं बातों का ध्यान जरूर रखें। नीचे बताई गईं बातें आपको बेहतर पेरेंट्स बनने में मदद करेगा।

Parenting-Tips-For-Single-Mother


खुद में बदलाव करें

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा भी सही दिशा पर जाए और अच्छी आदतें अपनाएं। तो उसके लिए आपको सबसे पहले खुद को बदलना होगा। क्योंकि बच्चा वहीं करेगा जो वो आपको करते हुए देखेगा। इसलिए आप अपनी आदतें बदलें जैसे रात में देर तक टीवी देखना, चीजों को सही से न रखना, तेज आवाज में बात करना आदि। जब आप इन सभी आदतों को बदल लेंगे तो आपका बच्चा भी वहीं करेगा जो-जो आप करेंगे। ऐसे उनमें भी अच्छी आदतें आने लगेंगी।

चिलाना और मारना बंद करें

अधिकतर मां-बाप की आदत होती है कि वो अपने बच्चों की शैतानियां और जिद्दी पन को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से वो उनपर हाथ उठा  लेते हैं और उन पर चिल्लाने लगते हैं। जबकि आपको गलती से भी कभी ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये सारी आदतें आपके बच्चे को और भी ज्यादा जिद्दी बना रही हैं। बेहतर यहीं होगा कि आप अपने बच्चे को प्यार से समझाएं। उन्हें बताएं कि किस चीज के लिए उन्हें जिद नहीं करना चाहिए। आप उन्हें शांत तरीके से समझाने की कोशिश करें।

सिंगल पेरेंट्स के लिए सलाह

सिंगल पेरेंट्स को काफी सारी जिम्मेदारी अकेले ही संभालनी पड़ती है। मां-बाप को साथ न देखना भी बच्चे के ऊपर गलत असर डाल सकता है। आपका तनाव में रहना कम बातें करना ये आपके बच्चे पर खराब असर डाल रहा है। इसलिए आपको बड़ी ही समझदारी से अपने बच्चे की परवरिश करनी चाहिए। आपको अपने बच्चे को न सिर्फ पिता बल्कि मां का भी प्यार देना है। उनके साथ वक्त बिताना है, उन्हें घूमाने के लिए लेकर जाना है। उनकी नादानियों में और शैतानियों में उनका साथ देना है। ये सारी चीजें आपको बेहतर पेरेंट्स बनाने में मदद  करती हैं। कभी भी अपने बच्चे को ये एहसास न होने दें कि आप अकेली और कमजोर हैं। हर वक्त उनका साथ मुस्कुराकर दें और उन्हें अपना प्यार और वक्त दें।


बच्चों से बाते करें

कभी-कभी आपकी थोड़ी देर की बातें भी आपके बच्चे की टेंशन को खत्म कर सकती है। बच्चा छोटा हो या बड़ा हर बच्चे को अपने मां-बाप की आवश्यकता तो होती ही है। ऐसे में आप उनसे बाते करें उनसे जानने कि कोशिश करें कि उनका दिन कैसा गया। उन्हें किसी तरह की परेशानी या दिक्कत तो नहीं। उन्हें बताएं कि आप हर वक्त उनके साथ हैं।आपकी तरफ से बोली गई ये बातें उनकी आधी परेशानियों को खत्म कर सकता है।

दूसरों से न करें तुलना

हम सभी के अंदर अलग-अलग क्वालिटी होती है इसलिए हमें कभी भी किसी से अपनी या किसी की भी तुलना नहीं करना चाहिए। खासकर के बच्चों क मामले में। अधिकतर पेरेंट्स अपने बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से करते हैं जिससे बच्चों को मनोबल घटता है। आपको उल्टा उनकी तारीफ करना चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि वो जैसे भी हैं आपको पसंद है आप हर वक्त उनके साथ हैं।

Comments

Popular posts from this blog

मूंगफली खाने के 20 फायदे - Health Benefits of Peanuts

शादी का लहंगा को दोबारा से इस तरह से करें रियूज और बिखेरे अपना जलवा - How To Reuse Bridal Lehenga In Hindi

ऐसे पता करिए अपने सही ब्रा साइज और शेप के बारे में - How To Choose a Bra in Hindi