आप भी करते हैं ऑनलाइन शॉपिंग तो इन बातों का रखें खास ख्याल - Online Shopping Fraud
आजकल डिजिटल दुनिया का जमाना है। बस 5 सेकेंड में आपके रुपये डिडक्ट और क्रेडिट हो जाते हैं। आपकी सिर
से सारा बोझ हटाने वाला यहीं डिजिटल ट्रांसेक्शन कभी-कभी आपके सामने मुसीबत भी खड़ी कर सकता है। आजकल
के समय में अधिकतर लोग ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद करते हैं। क्योंकि इससे आपका टाइम वेस्ट नहीं होता है।
आपको जो भी चाहिए वो आपके घर आ जाता है वो भी बिना किसी मेहनत के। लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग आपके ऊपर
भारी भी पड़ सकता है। जी हां, आजकल ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड के कई मामले सामने आ रहे हैं। तो बेहतर है कि वक्त
रहते ही आप संभल जाएं। हम आपको बता रहे हैं ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़ी कुछ जरूरी टिप्स। ये टिप्स भविष्य में आपके
काम आ सकती है।
थर्ड पार्टी के प्रोडक्ट न खरीदें
अगर आप भी फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और अमेजन से शॉपिंग करना पसंद है तो आप थर्ड पार्टी के प्रोडक्ट न खरीदें। बता
दें कि सारी ई-कॉमर्स वेबसाइट के अपने खुद के गोदाम होते हैं, यहां थर्ड पार्टी के सामान भी मौजूद होते हैं। थर्ड पार्टी
के समान को अगर आप खरीदते हैं तो उसकी शिपिंग वेबसाइट नहीं बल्कि थर्ड पार्टी ही करती है। वहीं अगर आप
ई-कॉमर्स के गौदाम में मौजूद सामान खरीदते हैं तो उसकी शिपिंग वेबसाइट खुद ही करती है। इससे आपकी बैंक
अकाउंट्स की डिटेल्स किसी थर्ड पार्टी तक नहीं पहुंचेगी।
अगर आपको पहचाना है कि ये प्रोडक्ट थर्ड पार्टी का है या उनका खुद का है। तो ये पहचानने के लिए आपको बेवसाइट
पर जाकर देखना होगा। जैसे कि अगर अमेजॉन से खरीद रहे हैं तो उसमें अमेजन फुलफिल्ड , फ्लिपकार्ट पर
'फ्लिपकार्ट एडवांटेज' व स्नैपडी पर 'सेफशिप' का टैग लगा नजर आएगा।
रेटिंग पर डाले नजर
हम अक्सर जल्दी बाजी में बिना रेटिंग चेक किये ही सामान खरीद लेते हैं। जिसका भुगतान आपको
बाद में भरना पड़ता है। ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त आप उस प्रोडक्ट की रेटिंग जरूर चेक करिये।
अगर रेटिंग अच्छी है तो इसका मतलब है कि लोगों तक सही प्रोडक्ट पहुंचा है और आप तक भी सही
पहुंचेगा। लेकिन अगर रेटिंग अच्छी नहीं है तो हो सकता है कि लोगों तक सही प्रोडक्ट नहीं पहुंचा है।
तो ऐसे में आप पहले से ही रेटिंग और कॉमेन्ट्स पढ़ लें जिससे बाद में आपको किसी तरह की परेशानी
न हो।
डिस्काउंट
अधिकतर लोगों की आदत होती है कि वो डिस्काउंट देखते ही खुश हो जाते हैं और शॉपिंग करना शुरू
कर देते हैं। लेकिन ये कस्टमर को फंसाने की कोशिश भी हो सकती है। ऐसा कई बार होता है कि
किसी प्रोडक्ट का दाम हर साइट पर अलग-अलग होता है। हमें जिसपर सस्ता लगता है हम उसे खरीद
लेते हैं। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। सबसे पहले आपको उसके रिव्यूज और डिस्क्रिपशन
को अच्छे से पढ़ लेना चाहिए और फिर ही उस प्रोडक्ट को खरीदना चाहिए।
रिटर्न की पॉलिसि चेक करें
ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त अधिकतर लोग रिटर्न पॉलिसि बिना चेक किए ही समान खरीद लेते हैं।
लेकिन आपको ऐसा बिलकुल भी नहीं करना है। अगर आप इसे बिना चेक किये ही समान खरीदते हैं
और आप उससे सहमत नहीं होते हैं तो आपके पास उसे चेंज करना का या रुपये वापस पाने का चांस
नहीं रहेगा।
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